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विलयन, निलंबन और कोलॉइड में अंतर


अगर आपने इससे पहले वाले टॉपिक को नही पढा है तो उसे पहले पढ़े 


Day 1-पदार्थ एवं उसकी अवस्थाएं


अब इसके दूसरे भाग पर आते है….जो है

विलयन, निलंबन व कोलाइड में अंतर


विलयन, निलंबन और कोलाइड है तीनो मिश्रण के भाग ही लेकिन इनमें थोड़ा थोड़ा अंतर है


● विलयन (Solution)-

दो या दो से अधिक पदार्थों के समांगी मिश्रण को विलयन कहते है

समांगी मिश्रण में जो अवयव अधिक मात्रा में उपस्थित होता है वह विलायक (Solvent), तथा जो अवयव कम मात्रा में होता है उसे विलेय (Solute) कहते है


अर्थात-

【 विलयन= विलायक+विलेय】


विलयन किसी भी अवस्था का किसी भी अवस्था में हो सकता है इस आधार पर इसे नौ प्रकार में बांटा गया है-


● ठोस का ठोस में विलयन- पीतल

● ठोस का द्रव में विलयन- नमक का जल में घोल

● ठोस का गैस में विलयन- धुंआ

● द्रव का ठोस में विलयन- जैली

● द्रव का द्रव में विलयन- शराब

● द्रव का गैस में विलयन- वायु में जलवाष्प

● गैस का ठोस में विलयन- हाइड्रोजन गैस और पैलेडियम धातु का समांगी मिश्रण

● गैस का द्रव में विलयन- सोडा वाटर

● गैस का गैस में विलयन- वायु


वह विलयन जिसमें विलायक की मात्रा विलेय की तुलना में अधिक होती है तनु विलयन कहलाता है वह विलयन जिसमें विलायक की मात्रा विलेय की तुलना में बहुत अधिक नही होती है सांद्र विलयन कहलाता है


निलंबन (Suspension)-

यह एक विषमांगी मिश्रण होता है इसमें परिक्षेपित कणों का आकार 10-3 सेमी से 10-5 तक होता है ये अस्थायी होते है

उदाहरण- नदी का गंदा जल, जल में आटा आदि


कोलाइडी निकाय (Colloidal System)-

कोलॉइडी निकाय को ही कोलॉइडी विलयन कहते है यह एक विषमांगी मिश्रण होता है

उदाहरण- गोंद, स्टार्च, स्याही तथा जिलेटिन का जल में घोल आदि


कोलॉइडी विलयन की दो प्रावस्थाएँ होती है-

परिक्षेपण माध्यम

★ परिक्षिप्त प्रावस्था


कोलॉइडी विलयन के कुल आठ प्रकार-

ठोस सॉल- परिक्षेपण माध्यम- ठोस व परिक्षिप्त प्रावस्था- ठोस

● जैल- परिक्षेपण माध्यम- ठोस व परिक्षिप्त प्रावस्था- द्रव

● फॉम- परिक्षेपण माध्यम- ठोस व परिक्षिप्त प्रावस्था- गैस

● सॉल- परिक्षेपण माध्यम- द्रव व परिक्षिप्त प्रावस्था- ठोस

● पायस (इमल्शन)- परिक्षेपण माध्यम- द्रव व परिक्षिप्त प्रावस्था- द्रव

● झाग या फेन- परिक्षेपण माध्यम- द्रव व परिक्षिप्त प्रावस्था- गैस 

● एरोसोल- परिक्षेपण माध्यम- गैस व परिक्षिप्त प्रावस्था- ठोस

● द्रव एरोसोल- परिक्षेपण माध्यम- गैस व परिक्षिप्त प्रावस्था- द्रव


कोलॉइडी विलयन दो प्रकार के होते है-

1.द्रव-स्नेही कोलॉइडी विलयन

2. द्रव-विरोधी कोलॉइडी विलयन


विलयन, निलंबन और कोलॉइड में अंतर-

● विलयन एक समांगी मिश्रण होता है जबकि निलंबन एक विषमांगी मिश्रण होता है और कोलाइड दिखता समांगी लेकिन होता विषमांगी है

● विलयन में विलेय कणों का व्यास 1nm(10-8) से कम होता है जबकि निलंबन में कणों का आकार 100nm (10-5  से बड़ा ) से कम होता है और कोलॉइड में 10-7 cm तक होता है

● विलयन के कणों को सूक्ष्मदर्शी से देखा जा सकता है जबकि निलंबन व कोलाइड के कणों को नही

● विलयन को फिल्टर पेपर से छाना जा सकता है जबकि निलंबन और कोलॉइड को नही

● विलयन में प्रकाश का प्रकीर्णन नही होता है जबकि निलंबन में हो जाता है 


धन्यवाद


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