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धातु व अधातु



तत्वों के अध्ययन को सरल बनाने के लिए तत्वों को उनके भौतिक तथा रासायनिक गुणों की समानता तथा असमानता के आधार पर चार श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है-

1.धातु

2.अधातु

3.उपधातु

4.मिश्रधातु


धातु (Metals)-

वे तत्व जो ऊष्मा तथा विद्युत का चालन करते हैं धातु कहलाते हैं धातुएं आघातवर्धनीय तथा तन्य होती है व इलेक्ट्रॉन त्यागकर धनायन बनाने की प्रवत्ति रखते हैं मतलब ये विद्युत धनात्मक होती है

मर्करी (Hg) को छोड़कर सभी तत्व ठोस अवस्था मे होती है

उदाहरण- एल्युमिनियम, कॉपर, कैल्शियम आदि


भौतिक गुण-

● इनमें धात्विक चमक होती है

● ये विद्युत तथा ऊष्मा की सुचालक होती है

● कुछ धातुएं आघातवर्धनीय होती है 

● ये तन्य होती है मतलब तार खींचे जा सकते हैं

● साधारण ताप पर धातुएं ठोस होती है

● इनके घनत्व उच्च होते हैं

● ये क्षण भंगुर नही होती है


अधातु (Non-Metals)-

वे तत्व जो ऊष्मा तथा विद्युत का चालन नही करते अधातु कहलाते हैं जो इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके ऋणायन बनाने की प्रवृत्ति रखते हैं अर्थात ये विद्युत ऋणात्मक होती है ये आघातवर्धनीय व तन्य नही होती है परंतु भंगुर होती है

उदाहरण- कार्बन, नाइट्रोजन, सल्फर आदि


भौतिक गुण-

● इनमें चमक नही होती

● इनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन नही होते 

● इनमें भंगुरता होती है

● ये अतन्य होती है


■ उपधातु (Metalloids)-

कुछ तत्वों में धातु तथा अधातु दोनो के गुण विद्यमान होते हैं इन्हें उपधातु कहते हैं

उदाहरण-एंटीमनी (Sb),आर्सेनिक (As) आदि


■ मिश्रधातु (Alloys)-

दो या दो से अधिक धातुओं को गलित अवस्था में मिश्रित करने पर निर्मित समांगी मिश्रण को मिश्रधातु कहते हैं 

उदाहरण-

पीतल-तांबा+जस्ता

कांसा-तांबा+टिन


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