आज हम जानेंगे चंद्रयान 3 के विषय में
● भारत का तीसरा चन्द्र अन्वेषण अभियान 【 चंद्रयान 2 का अनुवर्ती मिशन】
● ISRO द्वारा निर्मित व संचालित
चंद्रयान-
● चंद्रयान 1- 22/08/2008, PSLV XL C 11 द्वारा
● चंद्रयान 2- 22/07/2019, GSLV Mark III
● चंद्रयान 3- 14/07/2023, LVM III M4
● प्रक्षेपण स्थल-
सतीश धवन स्पेस सेंटर (श्रीहरिकोटा) के लॉन्च पेड 2 से
● दिनांक व समय-
14 जुलाई 2023, 2:35 PM
● रॉकेट-
लांग व्हीकल मार्क III M4 【LVM III M4】, भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान द्वारा 【GSLV】
● लैंडिंग-
23/24 अगस्त 2023 को
● रॉकेट का वजन व ऊंचाई-
642 टन, 43.5 मीटर (143 फीट) 【तीन चरणों वाला रॉकेट】
★ चंद्रयान 3 के विषय में👇
इसमें एक स्वदेशी प्रणोदन (प्रोपल्शन) मॉड्यूल, एक लैंडर व एक रोवर शामिल हैं इसमें ऑर्बिटर नहीं है जरूरत पड़ने पर चंद्रयान 2 वाला use किया जाएगा
पेलोड👇
● स्वदेशी प्रणोदन मॉड्यूल-2,148 KG (2.2 टन) ,758 W
● विक्रम लैंडर- 1726 KG (1.7 टन), 738 W
● प्रज्ञान रोवर- 26 KG ,50W
कुल वजन- 3900KG
मिशन के विषय मे👇
● कुल लागत- 615 करोड़ रुपये
● परियोजक- पी. वीरमुथुवेल (2019 में नियुक्त)
● मिशन डायरेक्टर-
★ एस मोहन कुमार (ऑपरेशन डायरेक्टर)
★ बीजू सी. थॉमस (व्हीकल डायरेक्टर)
★ रितु करिधाल (चांद पर चंद्रयान उतारने की जिम्मेदारी)
इसरो चीफ- एस सोमनाथ
उद्देश्य-
● चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और नरम लैंडिंग का प्रदर्शन करना
● रोवर को चंद्रमा पर घूमते हुए प्रदर्शित करना
● यथास्थान वैज्ञानिक प्रयोगों का संचालन करना
● मिट्टी, पत्थर, खनिज,जल का अध्ययन व खोज
★ चंद्रयान 3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करेगा,लैंडर से रोवर (रोबोट) निकलकर चांद पर प्रयोग करेगा
★ यह मिशन सफल हुआ तो दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला विश्व का पहला मिशन बनेगा
★ अगर सफल लैंडिंग करता है तो भारत चौथा देश बनेगा
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