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परमाणु संरचना



आज हम इसमें जानेंगे पदार्थ की सबसे छोटी 

इकाई परमाणु व उसकी संरचना के विषय में


परमाणु (Atom)-

परमाणु किसी तत्व का वह सूक्ष्मतम कण है जो किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेता है 


अणु (Molecules)-

किसी तत्व अथवा यौगिक का वह सूक्ष्मतम कण जो स्वतंत्र अवस्था में रह सकता है

अणु कहलाता है अणुओं में परमाणुओं की संख्या नियत होती है

अधिकांश तत्वों के परमाणु अस्थायी होते हैं तथा परस्पर अथवा अन्य तत्वों के परमाणुओं से सँयुक्त होकर अणु बनाते हैं


परमाणु व अणु में अंतर-

● परमाणु वह सूक्ष्मतम कण जो रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेता है अणु वह कण है जो स्वतंत्र अवस्था मे रह सकता है

● ये इलेक्ट्रान, प्रोटोन तथा न्यूट्रॉन से मिलकर बने होते हैं जबकि अणु परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं

● परमाणु स्वतन्त्र अवस्था में नही रह सकते जबकि अणु स्वतन्त्र अवस्था मे रह सकता है

● ये अविभाज्य है नष्ट नही होते जबकि अणु प्रायः परमाणुओं में विभाजित हो जाते हैं 


परमाणु संरचना-

जॉन डाल्टन ने सन 1803 में परमाणु सिद्धांत का प्रतिपादन किया इसके अनुसार-

■ परमाणु अविभाज्य होता है 

■ इलेक्ट्रान, प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन परमाणु के तीन मौलिक अवपरमाण्विक कण है

■ परमाणु के केंद्र को नाभिक कहते हैं जिसमें प्रोटॉन व न्यूट्रॉन होते हैं तथा आसपास इलेक्ट्रान घूमते रहते हैं

■ नाभिक में प्रोटोन की संख्या परमाणु क्रमांक को दर्शाती है

■ प्रोटॉन और न्यूट्रॉन को सँयुक्त रूप से न्युक्लियोन कहते हैं


परमाणु के मूल कण-

परमाणु के मूल कण इलेक्ट्रान, प्रोटोन व न्यूट्रॉन है


लक्षण-


■ किसी तत्व के परमाणु नाभिक पर स्थित धनावेश इकाइयों की संख्या को उस तत्व का परमाणु क्रमांक कहते हैं यह प्रोटॉन की संख्या के बराबर होता है

■ न्यूट्रॉन व प्रोटॉन की संख्या के कुल योग को द्रव्यमान संख्या कहते हैं

■ प्रोटोन व न्यूट्रॉन के द्रव्यमान लगभग बराबर होते है तथा इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान ,प्रोटोन व न्यूट्रॉन के द्रव्यमान की तुलना में नगण्य होता है


● समस्थानिक-

इसमें परमाणु क्रमांक समान परन्तु द्रव्यमान संख्या भिन्न होती है इनमें प्रोटोनो की संख्या समान लेकिन न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न होती है 

उदाहरण-हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक-प्रोटियम, ड्यूटीरियम व ट्राइटियम


● सम्भारिक-

इनमें द्रव्यमान संख्या समान परन्तु परमाणु क्रमांक भिन्न होता है इनमें न्युक्लियानों की संख्या समान तथा प्रोटॉन की संख्या भिन्न होती है

उदाहरण- 18Ar40 , 19K40 तथा 20Ca40


परमाणु क्रमांक-

किसी तत्व का परमाणु क्रमांक उस तत्व के परमाणु के नाभिक पर स्थित धनावेश इकाइयों की संख्या के बराबर होता है या नाभिक में उपस्थित प्रोटोन की संख्या के बराबर होता है

इसे Z से प्रदर्शित करते हैं


द्रव्यमान संख्या-

किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों की संख्याओं के योग को उस परमाणु की द्रव्यमान संख्या कहते हैं

द्रव्यमान संख्या=प्रोटॉनों की संख्या+न्यूट्रॉनों की संख्या

A=Z+N


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