ही निर्भर है इसमें दस संकेत का प्रयोग होता है
0,1,2,3,4,5,6,7,8,9….
इन संकेतों को अंक या DIGIT कहते है इनसे ही असंख्य संख्याओं की रचना हुई है
विशेषताएं-
● दाशमिक पद्धति में 0,1,2,3,4,5,6,7,8,9 तक दस अंकों का ही प्रयोग होता है
● इन अंको से बनने वाली संख्या का दाईं से बाईं ओर का अंक इकाई, दहाई, सैकड़ा...आदि बताता है
अंकों का वास्तविक मान (Face Value)-
किसी अंक का मान कभी नहीं बदलता बल्कि वही रहता है वास्तविक मान कहलाता है
Ex- 3830 में 8 की Face Value 8 ही है,
286 में 8 की face value 8 ही रहेगी
अंकों का स्थानीय मान (Place Value)-
किसी संख्या में अंक का वह मान जो उसकी विशेष स्थिति के अनुसार बदलता रहता है उस अंक का स्थानीय मान कहलाता है
Ex- 3830 में 8 की Place Value 800 है ,
2908 में 9 की Place Value 900 है
रोमन अंक पद्धति-
इस पद्धति में I, V, X, L, C, D तथा M संकेतों का प्रयोग होता है
यहाँ- 1- I, 5- V, 10-X, L-50 , C-100, D-500 तथा M-1000
Ex- 30- XXX, 40- XL, 60-LX, 90- XC आदि
नियम-
● V, L तथा D संकेतों का प्रयोग सिर्फ एक बार ही किया जाता है
● I, X ,C तथा M का अधिक से अधिक तीन बार प्रयोग लगातार किया जा सकता है
● यदि किसी बड़े संकेत की बाई ओर छोटा संकेत लिखा जाता है तो उसे घटाकर संख्या प्राप्त करते है
● यदि किसी बड़े संकेत की दाई और छोटा संकेत लिखा जाता है तो उसे जोड़कर संख्या प्राप्त की जाती है
● यदि किसी रोमन संकेत के ऊपर बार का निशान लगा हो तो उसके मान में 1,000 का गुणा कर संख्या प्राप्त की जा जाती है
★ संख्याओं के प्रकार (Types of Numbers)-
● प्राकृतिक संख्याएं (Natural Numbers)-
वे संख्याये, जो वस्तुओं की गणना करने में प्रयुक्त की जाती है , प्राकृतिक संख्याएँ कहलाती है अर्थात 1,2,3,4…..को प्राकृतिक संख्याएं कहते है इन्हें संकेत N से प्रदर्शित करते है
N= {1,2,3……..}
● पूर्ण संख्याऐं (Whole Numbers)-
यदि प्राकृतिक संख्याओं के साथ शून्य को भी सम्मिलित कर लिया जाए तो वे संख्याएँ पूर्ण संख्याएँ कहलाती है इन्हें W से प्रदर्शित करते है
W={0,1,2,3……..}
● पूर्णांक संख्याएं (Integers)-
पूर्ण संख्याओं में यदि ऋणात्मक संख्याएँ भी सम्मिलित कर लिया जाए तो प्राप्त संख्याये पूर्णांक संख्याएं कहलाती है इन्हें Z या I से प्रदर्शित करते है
Ex- I या Z = {........-2,-1,0,1,2,…..…}
पूर्णांक दो प्रकार के होते है-
धन पूर्णांक व ऋण पूर्णांक
Facts-
■ शून्य न तो धन पूर्णांक है न ही ऋण पूर्णांक
■ शून्य को प्राकृतिक संख्या नहीं माना जाता है
■ सभी प्राकृतिक संख्याएं पूर्ण संख्याएं होती है
● सम संख्याएं (Even Numbers)-
वे सभी संख्याएँ, जो 2 से पूर्णतः विभाजित हो जाती है सम संख्याएं कहलाती है
Ex- 2,4,6,8………
● विषम संख्याएं (Odd Numbers)-
वे सभी संख्याएं जो 2 से पूर्णतया विभाजित नहीं होती विषम संख्याये कहलाती है
Ex- 1,3,5,7,9…….
● परिमेय संख्याएं (Rational Numbers)-
एक पूर्णांक को दूसरे पूर्णांक (शून्य के अलावा) से भाग देने पर जो लघुत्तम रूप प्राप्त होता है परिमेय संख्या कहलाती है
अर्थात वे सभी संख्याये जिन्हें p/q के रूप में व्यक्त किया जा सकता है परिमेय संख्याएं कहलाती है
Ex- 5,½,-¾,7/3,8/9 etc
● अपरिमेय संख्याएं (Irrational Numbers)-
वे सभी संख्याएं जिन्हें p/q के रूप में व्यक्त नहीं किया जा सकता अपरिमेय संख्याये कहलाती है
Ex- √5,√7,√11,π , √1/2 etc
● भाज्य संख्याएं (Composite Numbers)-
वे सभी संख्याएँ जो 1 या स्वयं के अतिरिक्त कम से कम एक अन्य संख्या से पूर्णतया विभाजित हो भाज्य संख्याएं कहलाती है
Ex- 4,6,8,9,10,12,14,15...etc
● अभाज्य (रूढ़) संख्याएं (Prime Numbers)-
वे सभी संख्याएँ जो 1 या स्वयं के अतिरिक्त किसी अन्य संख्या से पूर्णतया विभाजित न हो अभाज्य संख्याएँ कहलाती है
Ex- 2,3,5,7,11,13…….etc
Facts-
● 2 एक सम अभाज्य संख्या है
● 1 न तो अभाज्य संख्या है और न ही भाज्य
● सह अभाज्य संख्याएं (Co-Prime Numbers)-
यदि दो प्राकृतिक सँख्याओ का उभयनिष्ठ गुणनखंड (म.स.) 1 हो तो संख्याएं सह अभाज्य संख्याएं कहलाती है
Ex- (4,9),(2,7),(9,2).....etc
● अत्रिभाज्य संख्याएं (Prime Triplet Numbers)-
वे तीन प्राकृतिक संख्याएं जिनका महत्तम समापवर्तक 1 हो तो अत्रिभाज्य संख्याएं कहलाती है
Ex- (8,9,25),(3,7,11) आदि
● वास्तविक संख्याएं (Real Numbers)-
परिमेय तथा अपरिमेय सँख्याओ के सम्मिलित रूप को वास्तविक संख्याएं कहलाती है इसे R से प्रदर्शित करते है
Ex- √5, ¾, π, √8 etc
सभी पूर्णांक, प्राकृतिक एवं पूर्ण संख्याएं वास्तविक संख्याएं होती है
● अवास्तविक या काल्पनिक संख्याएं (Imaginary Numbers)-
जो संख्याएं वास्तविक नही है उन सँख्याओ को काल्पनिक संख्याएं कहते है
Ex- √-7 , √-9, √-11 etc
★ विभाज्यता के नियम (Rules of Divisibility)-
● 2 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या का इकाई का अंक 0,2,4,6 या 8 हो तो 2 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 24,56,98 etc
● 3 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के अंकों का योग 3 से विभाजित हो तो वह संख्या 3 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 1338= 1+3+3+8=15÷3=5 तो ये 3 से विभाजित है
● 4 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के अंतिम दो अंक 4 से विभाजित हो तो वह संख्या 4 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 3472 में 72, 4 से विभाजित है
● 5 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के अंतिम अंक 0 या 5 हो तो वह संख्या 5 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 5670,5555 etc
● 6 से विभाज्यता-
यदि कोई संख्या 2 और 3 से पूर्णतः विभाजित हो तो वह 6 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 138
● 7 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के इकाई अंक को दोगुना करके शेष अंक से बनी संख्या में से घटा दे तो प्राप्त संख्या यदि 0 हो या 7 से विभाजित हो तो 7 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 2429 में इकाई का अंक=9
2×9= 18
242-18=224
इस प्रक्रिया को दोबारा कर सकते हो
4×2=8, 22-8=14 जो कि 7 से पूर्णतः विभाजित है
● 8 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के अंतिम तीन अंक शून्य हो या 8 से विभाजित हो तो वह 8 से पूर्णत विभाजित होगी
उदाहरण- 36000, 45512 etc
● 9 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के सभी अंको का योग 9 से विभाजित हो तो वह संख्या 9 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 362718
● 10 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के इकाई का अंक शून्य हो तो वह संख्या 10 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 23670,56780 etc
● 11 से विभाज्यता-
यदि किसी संख्या के सम स्थानों के अंको का योग तथा विषम स्थानों के अंकों का योग का अंतर 0 हो या 11 से विभाजित हो तो वो संख्या 11 से पूर्णतः विभाजित होगी
उदाहरण- 393657
इसमें सम स्थानों के अंकों का योग- 9+6+7=22
इसमें विषम स्थानों के अंको का योग-
3+3+5=11
अंतर- 22-11= 11, ये 11 से पूर्णतः विभाजित है
★ भाज्य, भाजक, भागफल तथा शेषफल में सम्बन्ध-
भाज्य= (भाजक×भागफल)+शेषफल
★ इकाई का अंक ज्ञात करना-
■ गुणनफल में-
इसमें प्रत्येक संख्या के इकाई के अंक को गुणा करते है बस इकाई का अंक लेते चले जाते है
Ex- 674×218×437×512
4×8×7×2
32×14
अब सिर्फ इकाई का अंक से- 4×2= 8
■ घातीय रूप में-
● यदि दी गई संख्या का इकाई का अंक 0,1,5,6 हो, तो उसका इकाई का अंक अपवर्तित रहता है
Ex- (576)1151 में इकाई का अंक 6 ही रहेगा
● घातीय रूप में रामबाण ट्रिक
Ex- (572)443 में इकाई का अंक
सबसे पहले power में 4 का divide करें तो
443÷4= 110×4+3
जो 4 से पूरा पूरा चला जाए उसे हटा दे बचे हुए 3 को सिर्फ power माने
अब इसका का अंक 23 = 8 उत्तर होगा
कुछ ट्रिक/फार्मूला-
● लगातार n प्राकृतिक संख्याओं का योग- n(n+1) /2
● लगातार n सम संख्याओं का योग-
n/2(n/2+1)
● लगातार n तक विषम संख्याओं का योग-
(n+1/ 2)2
● प्रथम n विषम संख्याओं का योग- n2
● प्रथम n सम संख्याओं का योग- n (n+1)
● प्राकृतिक संख्याओं के बीच का योग-
(अंतिम संख्या + प्रथम संख्या)×(अंतिम संख्या-(प्रथम संख्या-1)) /2
धन्यवाद
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